जात- धरम



काला हूँ या गोरा हूँ 
पर मै भी तो दिलवाला हूँ
ठेस लगेगी गर दिल पर 
मै भी तो रोने वाला हूँ

जात धरम के नाम यहां पर
भेद-भाव क्यों होता है
थोड़े से सम्मान के खातिर
अपना दिल क्यों रोता है

काला हूँ या गोरा हूँ 
पर मै भी तो दिलवाला हूँ
ठेस लगेगी गर दिल पर 
मै भी तो रोने वाला हूँ

एक मनु के वंशज हैं सब
भागवत ने सिखलाया 
जात धरम का धर्म ग्रन्थ फिर
किस पापी ने छपवाया

काला हूँ या गोरा हूँ 
पर मै भी तो दिलवाला हूँ
ठेस लगेगी गर दिल पर 
मै भी तो रोने वाला हूँ

सभी धर्म और जात मिलाकर
नया समाज बनाना है
इंसानियत के ऊपर हमने
किसी को नही बिठाना है

काला हूँ या गोरा हूँ 
पर मै भी तो दिलवाला हूँ
ठेस लगेगी गर दिल पर 
मै भी तो रोने वाला हूँ

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