ट्रैफिक जाम

ट्रैफिक जाम


घटना दुर्घटना तो आम होता है
जब भी जिन्दगी मे ट्रैफिक जाम होता है
अच्छा करना चाहो तो बुरा हो जाता है।
जिसे समझाने की कोशिश करो वो दुष्मन हो जाता है
घटना दुर्घटना...........................................................................

चारों तरफ से घिरे हो तो मानसिक तनाव हो जाता है
ऐसी ही परिस्थिति मे सैतान का काम आसान हो जाता है
काम क्रोध को बढ़ाकर आपको अपना ही बैरी बना जाता है
जब हाल बेहाल हो जाये तो पूछने तक नहीं आता है
घटना दुर्घटना...........................................................................

शरीर की नकारात्मक ऊर्जा ही ट्रैफिक जाम का कारण होती है
जो समझ गया वो जीता और नासमझ ऐसे मे हार जाता है
आप भला तो जग भला इसीलिए तो कहते हैं।
जो खुद को समझ सके उसी को मानव कहते हैं
घटना दुर्घटना...........................................................................

कोशिश करें कि जिन्दगी मे कोई ट्रैफिक जाम न हो पाये
जिसकी जिन्दगी मे हो तो वो ईश्वर की शरण मे जाये
मन की एकाग्रता से सारा जाम खुल जाता है
ऐसे लोगों को जो भी चाहे वो मिल जाता है

घटना दुर्घटना...........................................................................

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